MP Soybean Bhav news : किसान साथियों मार्च महीने की शुरुआत में पिछले वर्ष सोयाबीन के भाव 5500 रुपए के लगभग थे । लेकिन इस साल सीजन की शुरुआत से लेकर अब तक सोयाबीन के भाव में लगातार गिरावट ही गिरावट देखने को मिल रही है । अभी फिलहाल वर्तमान में सोयाबीन के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य अर्थात 4600 से काम बने हुए हैं बात करी जाए सोयाबीन के भाव के तो सोयाबीन के भाव बिल्कुल भी बढ़ने का नाम नहीं ले रही है इसका स्तर धीरे-धीरे धीरे-धीरे नीचे गिरता ही जा रहा है ।
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किसान भाइयों अभी फिलहाल मंदिरों में सोयाबीन इस समय 4300 रुपए से लेकर 4500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव में हर मंडी में बिक रही है । सोयाबीन के भाव की पिछले वर्ष से तुलना की जाए तो इस वर्ष यानी की 2024 में ₹1000 प्रति क्विंटल से अधिक गिरावट देखने को मिली है सोयाबीन के भाव में इतनी गिरावट के कई कारण हो सकते हैं सोयाबीन के भाव लगातार कम होने का कारण किसानों को सोयाबीन से मोह भंग होने लगा है ।
किस नहीं फसल की स्थिति को देखते हुए फिर से सोयाबीन की तलाश करने में जुटे हुए हैं फिलहाल वैकल्पिक फसल उपलब्ध नहीं होने के कारण किसान मजबूरन खरीद किया है दौरान सोयाबीन की खेती करेंगे ऐसे में किसानों को एवं व्यापारियों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि आने वाले समय में सोयाबीन के भाव की स्थिति क्या बनी रहेगी लिए जानते हैं इसका पूरा एनालिसिस क्या आने वाले समय में सोयाबीन के भाव बढ़ेंगे या फिर दिन-ब-दिन घटे ही रहेंगे ।
विदेशी प्रतिस्पर्धा में भारतीय सोयाबीन पिछड़ा
Soybean Bhav news | विदेशों में खासकर ब्राजील, अर्जेंटीना और अमेरिका में सोयाबीन की खेती अधिक होती है। ब्राज़ील एवं अर्जेंटीना में सोयाबीन की लागत कम एवं पैदावार अधिक होती है जिसके कारण वहां पर सोयाबीन के भव काम रहते हैं। इस समय ब्राजील में सोयाबीन के भाव लगभग 38 डॉलर प्रति क्विंटल अर्थात भारतीय मुद्रा में 3,148 रुपए प्रति क्विंटल के हैं।
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यही कारण है कि भारत भारत में सोयाबीन की खेती विदेशी सोयाबीन की खेती की तुलना में बहुत पिछड़ी हुई है। जिसके कारण यहां पर लागत अधिक एवं उत्पादन कम होता है। विदेशों में भाव कम होने के कारण सोयाबीन प्लांट संयंत्र संचालक विदेशों से सोयाबीन Soybean Bhav news आयात करते हैं। इसका नतीजा यह निकलता है कि देश में सोयाबीन के भाव में बड़ी गिरावट होने लगती है।
विदेशों से लगातार आयात हो रहा सोयाबीन
Soybean Bhav news | होली एवं रमजान के त्यौहार को देखकर सोया तेल में हल्की तेजी आई, लेकिन इसके बावजूद सोयाबीन के भाव नहीं बढ़ पाए इसका प्रमुख कारण यह रहा कि प्लांट विदेश से सोयाबीन आयात कर रहे हैं। दूसरी और सोया डीओसी की निर्यात पड़तल नहीं लगने से प्लांट क्रशिंग कम मात्रा में कर रहे हैं। सोयाबीन की एमएसपी से नीचे बिक रहा है। आयात भी बना हुआ है।
वैश्विक बाजार में सोया मील के भावों में लगातार गिरावट आ रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार घटने से घरेलू सोया मील के निर्यात में पड़तल में और अधिक जोखिम बढ़ती जा रही है। देश में सोयाबीन के भाव एमएसपी से नीचे होने के बाद महाराष्ट्र के प्लांटों ने विदेशों में एडवांस में सौदे किए। इस अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि आने वाले कुछ महीनो में भी सोयाबीन के भाव Soybean Bhav news में वर्तमान स्थिति ही बनी रहेगी।
विदेशों में भी सोयाबीन के भाव में रिकॉर्ड गिरावट
Soybean Bhav news | प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्राजील में सोयाबीन की कटाई 33 प्रतिशत से अधिक हो गई है। इस वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोयाबीन के भाव तीन वर्ष के निचले स्तर पर आ गए हैं। ऐसी आशा है कि अगले में सरसों की आवक भरपूर मात्रा में होने के बाद खाद्य तेल की आपूर्ति काफी सुगम हो जाएगी। इसी दौरान विदेशों से खाद्य तेलों का आयात भी बढ़ जाएगा।
इधर पोर्ट पर सोयाबीन का स्टॉक कम हुआ
ब्राजील में एक मार्च से बायो डीजल मेंडेट 14 से बढ़कर 16 फीसद हो गया है। यही कारण है कि सोया तेल के भाव में बड़ी गिरावट दर्ज नहीं हुई है। विशेषज्ञ बताते हैं कि वर्तमान दामों में Soybean Bhav news भाव ज्यादा गिर नही पाएंगे क्योंकि सब लोग खाली है ओर अब तो पोर्ट भी खाली हो जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा कम शुल्क आयात अवधि एक साल बढ़ा देने से आयातकों की हाय-तौबा खत्म हो गई। जिससे पोर्ट पर अब सोयाबीन का ओवर स्टाक समाप्त हो गया है।
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पोर्ट पर स्टाक की कमजोर उपलब्धता के कारण सीबीओटे सोया तेल में तीन फीसद की गिरावट के बावजूद सोया तेल के भाव Soybean Bhav news घरेलू बाजार में मजबूत बोले गए हैं। हालांकि सोया तेल की कीमतों में तेजी को मांग का समर्थन नहीं कम मिला रहा है, इसलिए मौजूदा तेजी के लंबे समय तक बने रहने का भरोसा कम है।
सोयाबीन के भाव में कब सुधार आएगा
किसान एवं व्यापारी सभी की यह जिज्ञासा है कि सोयाबीन के भाव में कब सुधार आएगा। इसको लेकर अब गेंद पूरी तरह सरकार के पाले में है। अब सोयाबीन की तेजी Soybean Bhav news सरकारी खरीद पर निर्भर करेगी, जबकि ऐसी संभावना कम है कि एमएसपी पर खरीदी शुरू करें। खरीदी शुरू करवाने के लिए महाराष्ट्र अथवा मध्यप्रदेश के किसानों को आंदोलन करना होगा। बिना आंदोलन के बेमौसम खरीदी शुरू होने के आसार कम है।
किसानों को एमएसपी की खरीदी में यह भी नियम बना देना चाहिए कि पूरे सीजन में जब भी सोयाबीन Soybean Bhav news का अन्य किसी कृषि जिंस के भाव एमएसपी से नीचे जाएंगे, संबंधित एजेंसी को खरीदी हेतु मंडियों में उतरना होगा। यही शर्त किसानों को घाटे से बचा सकती है। सिर्फ सीजन के पहले 3-4 माह खरीदी से किसानों को विशेष लाभ नहीं होता है। देश में सोयाबीन की फसल गत वर्ष से कम उतरने के बावजूद मंदी की मार पड़ रही है।
प्लांटों की सोयाबीन में खरीदी भाव
Soybean Bhav news | नीमच प्रोटिन 4625 दिव्यज्योति 4550 धीरेंद्र सोया 4630 स्नेहिल 4600 पतंजलि 4470 मित्तल सोया 4700 हरिओम 4635 लिविंग फूड 4580 सालासर 4600 कोरोनेशन 4550 धानुका 4650 रुपए। महाराष्ट्र में तान्या 4675 एबीआयएस 4550 दिसान एग्रो 4640 रुपए प्रति क्विंटल।
एमपी की प्रमुख मंडियों में सोयाबीन के भाव (Soybean Bhav news)
- इन्दौर संयोगितागंज मंडी 2690 से 4460 रू,
- नीमच मंडी 2500 से 4545 रु,
- धार मंडी 1400 से 4536 रु,
- रतलाम मंडी 3000 से 4600 रु,
- नामली मंडी 4180 से 4505 रु,
- धार मंडी 2990 से 4510 रु,
- मंदसौर मंडी 3860 से 4580 रूपये क्विंटल रहा ।