Murrha Buffalo: अगर आप नई मुर्रा भैंस खरीदने जा रहे हो तो, इन बातों का रखें जरूर ख्याल। पड़े बुरी खबर.

Murrha Buffalo: आज के टाइम पर मुर्रा भैंस पालना आम बात हो गई है भारत में नहीं, बल्कि विदेश में भी इस मुर्रा भैंस की काफी ज्यादा डिमांड बनी हुई है। यही वजह है, की मुर्रा नस्ल को बुल्गारिया, फिलिपींस, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, बांग्लादेश, चीन, इंडोनेशिया, वियतनाम, ब्राज़ील, श्रीलंका जैसे कई देश में मुर्रा भैंस को पाला जा रहा है और वहां के जो किसान है, वह मुर्रा भैंस को पालकर अच्छी खासी इनकम भी कर रहे हैं।.

Murrha Buffalo
Murrha Buffalo

मुर्रा भैंस का दूध काफी ज्यादा अच्छा होता है। लेकिन बाजार की बात करें तो डेरी सेक्टर की, तो मुर्रा भैंस के बारे में यह राय आम हो चुकी है। शायद यही वजह है, कि दूसरे देशों में भी दवाई बनाने के काम में मुर्रा भैंस का दूध की काफी डिमांड हर जगह पर होने लगी है। बता दे कि मुर्रा भैंस हरियाणा की कई जाने वाली है,

लेकिन आज देश के सभी राज्यों में पाली जाती है। साथ ही साथ किसान लोग इस मुर्रा भैंस को पालने में बहुत ज्यादा सहायक समझते हैं, क्योंकि यह भैंस बहुत सही होती है और दूध में काफी ज्यादा भरपूर मुनाफा देती है। बात करें कई देशों की, तो मुर्रा भैंस दूसरे देशों में पाली जा रही है, देरी एक्सपर्ट की माने तो आज देरी में सबसे ज्यादा महंगा दूध मुर्रा भैंस का ही बिक रहा है।

इसका खानपान और देखभाल अच्छी रहे तो ज्यादा दूध देने के साथ ही मुर्रा भैंस का दूध क्वालिटी का होता है. आंध्रा प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और यूपी में भी मुर्रा भैंस की बहुत डिमांड है. दूसरी खास बात ये है कि मुर्रा नस्ल के ब्रीडर से स्थानीय नस्ल  की भैंसों की नस्ल  सुधार का काम भी किया जा रहा है.   

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ये है असली मुर्रा भैंस की पहचान

मुर्रा भैंस का रंग गहरा काला होता है. चेहरे और पैर के ऊपरी हिस्सों पर शायद ही कभी सफेद निशान हो सकते हैं, लेकिन ये कोई जरूरी नहीं कि सफेद रंग हो.

पूंछ काली या सफेद (अधिकतम 6 इंच) फेटलॉक जोड़ तक पहुंचने वाली लंबी पूंछ होती है.

सींग दूसरी भैंसों से अलग छोटा, कड़ा, पीछे और ऊपर की ओर मुड़ता हुआ और अंदर की ओर मुड़ता हुआ होता है. सींग कुछ हद तक चपटे होते हैं. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है सींग थोड़े ढीले हो जाते हैं लेकिन सर्पिल मोड़ बढ़ जाते हैं.

भैंस में गर्दन लंबी और पतली होती है जबकि मेल भैंसे में मोटी और भारी गर्दन होती है.

मुर्रा भैंस की आंखें काली, सक्रिय और उभरी हुई होती हैं. भैंसे में थोड़ी सिकुड़ी हुई होती हैं. 

कान छोटे, पतले और सतर्क होते हैं.

शरीर की लंबाई (सेमी में)

भैंस- 148, मेल भैंसा- 150.

वजन जन्म के समय (किलो)-

भैंस- 30, मेल भैंसा- 31.7

वयस्क का वजन (किलो)

भैंस- 350-700, मेल भैंसा- 400-800

मुर्रा भैंस का खानपान

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि मुर्रा भैंस को रबी में बरसीम, जई और सरसों का हरा चारा खिलाया जा सकता है. खरीफ में बाजरा, ज्वार और क्लस्टर बीन खिलाए जा सकते हैं. खली और दूसरे मिक्चर के साथ गेहूं और दाल का भूसा भी दिया जाता है. 
 

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