Soybean : वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की नई किस्म की जारी जाने इसकी विशेषताएं और उत्पादन का कारण।

Soybean : नमस्कार, किसान भाइयों, सोयाबीन की नई किस्त 2024। किसान साथियों में आपको एक ऐसी सोयाबीन की किस्म के बारे में बताने वाला हूं, इसके बारे में शायद आपने कभी सुना होगा और ना देगा होगा। दरअसल किस साथियों? यह एक कठोर वर्ग का बीज है। किसान भाइयों, आप सभी को पता होगा, सोयाबीन को भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है और खाया जाता है, इसके अलावा इसका तेल भी बहुत मात्रा में निकाला जाता है। सोयाबीन से बहुत ज्यादा ताकत और प्रोटीन मिलता है। सोयाबीन भारत में सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में होती है। इसके बारे में आपको यह बात जरूर बताऊंगी। सरकारी मनुष्य के लिए, इसको मन से भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें बहुत अधिक प्रोटीन होता है, जिसकी वजह से यह व्यक्ति की। वृद्धि में ग्रोथ करती है।

Soybean
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भारत में सबसे ज्यादा सोयाबीन की खेती मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में होती है। मात्र मध्य प्रदेश ही भारत में सोयाबीन का उत्पादन 45% है। इसके बाद महाराष्ट्र भारत में सोयाबीन का उत्पादन 40% है। किसान भाई भारत में सोयाबीन का उत्पादन हर साल 12 से 14 मिलियन टन है। मध्य प्रदेश को सोया स्टेट के नाम से जाना जाता है।

सोयाबीन की नई किस्म 2024 : (New Variety Of Soybean 2024)

किसान हाल ही में भारत के वैज्ञानिको ने सोयाबीन की नई किस्म 2024 में एन.आर.सी-188 (NRC-188) की शोध की है। यह सोयाबीन की नई किस्म की बता करे तो यान अच्छा उत्पादन देती है। यह सोयाबीन की नई किस्म मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में होती है। तो चले जानते है की सोयाबीन की नई किस्म के बारे में, इस लिए किसान इस आर्टिकल के अंत तक बने रहे।

सोयाबीन की नई किस्म एन.आर.सी-188 : (New Soybean Variety NRC-188)

दोस्तों किसानो के लिए पिले सोने के नाम से जानी जाती सोयाबीन की खेती पीसले 2 से 3 साल से लगातार कम होती जा रही है। खर्च में बढ़ावा और उत्पादन कम होने के कारण सोयाबीन के भाव कम रहने से किसानों को नुकसान हुआ है। इसके कारण कई किसानों का मुनाफा सोयाबीन की खेती से कम होने लगा। हालांकि खरीफ सीजन में सोयाबीन का विकल्प नहीं होने के कारण अभी भी किसान सोयाबीन की खेती को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।+

सोयाबीन की खेती से अधिक लाभ कमाने की आशा रखने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर यह है कि कृषि वैज्ञानिकों ने एक ऐसी किस्म तैयार की है जो एक बीघा में ही लाखों रुपए की कमाई होगी। इस सोयाबीन की नई किस्म एन.आर.सी-188 : (New Soybean Variety NRC-188) सोयाबीन की विशेषता क्या है इसकी पुरे पूरी जानकारी हम देने वाले है।

सोयाबीन की एन.आर.सी-188 किस्म की विशेषताएं : (Features Of NRC-188 Variety Of Soybean)

किसान भाई सोयाबीन की नवीन तम किस्म एन.आ.सी-188 का दाना सोयाबीन की अन्य किस्मों के दानो से काफी बड़ा होता है। इस किस्म का दाना खाने में मीठा होता है और इसमें प्रोटीन की मात्रा मटर के दानों के तुलना में चार गुना अधिक है।किसान कृषि वैज्ञानिकों ने रिसर्च के उपरांत जाना कि मटर की तुलना में सोयाबीन की इस वैरायटी के दाने सेहत के लिए अधिक फायदे मंद रहेंगे। खास बात यह है कि खरीफ के मौसम में जब बाजार में मटर आना बंद हो जाते हैं उसे समय यह उपलब्ध होसकते है।

सोयाबीन की एन.आर.सी-188 किस्म का उत्पादन : (Production Of NRC-188 Variety Of Soybean)

कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक इस एन.आर.सी-188 (NRC-188) किस्म का उत्पादन एक हेक्टर में 40 से 50 होगा। इस सोयाबीन की किस्म की ताजा फलियां 40 से 50 रुपए प्रति किलो बिकेगी। ताजा फलिया बेच कर ही किसान को एक हेक्टर से 1.50 लाख की कमाई होगी। इसके पश्चात पूर्ण रूप से सोयाबीन पकने पर भी अन्य सोयाबीन के अनुसार इसको बेच सकता है। सोयाबीन की अन्य किस्मो के समान पकाने के पश्चात इसका दाना भी पीला रहेगा।

आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को सोयाबीन की नई किस्म 2024 (New Variety Of Soybean 2024) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

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