किसान साथियों मंगलवार का दिन तेल तिलहन के बाजार के लिए उठा पटक वाला रहा। सुबह सरसों और सोयाबीन के भाव में कमजोरी जरूर दिख रही थी लेकिन शाम होते-होते बाजार में रिकवरी दिखाई दी और भाव बढ़कर बंद हुए।
सुबह के बाजार में तेल मिलों की मांग कमजोर होने के कारण घरेलू बाजार में मंगलवार को सरसों के भाव घट गए थे। जयपुर में कंडीशन की सरसों के दाम 50 रुपये घटकर 5,450 रुपये प्रति क्विंटल तक फिसल गए थे लेकिन शाम को इसमे सुधर हुआ और जयपुर में भाव 5475 पर बंद हुए। ब्रांडेड तेल प्लांटों में 50 रु प्रति क्विंटल तक आई तेजी को देखने के बाद घरेलू बाजार में व्यापारियों ने जयपुर सरसों भाव को 25 रु बढ़ाया। इसी तरह से भरतपुर में भी भाव 17 रुपये कमजोर होकर 5117 तक गिरे थे लेकिन शाम को बाजार 33 रुपये बढ़कर 5150 पर बंद हुआ। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर सरसों का रेट 5250 रुपये प्रति क्विंटल का रहा।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में सरकारी खरीद जोरों से चल रही है। खास तौर पर हरियाणा में यह अपने पीक पर चल रही है। कुछ व्यापारियों का कहना है कि किसानों ने MSP पर सरसों बेचने के चक्कर में जल्दबाजी में अपनी सरसों काट दी है। इसके चलते सरसों की क्वालिटी कमजोर है। मंडियों के ताजा भाव को देखें तो बीकानेर मंडी में काली सरसों का भाव 5001, पीली सरसों का टॉप भाव 6100, पीलीबंगा मंडी में सरसों का रेट 49 00 नोहर मंडी में सरसों का भाव 5000 अनूपगढ़ मंडी में सरसों का टॉप रेट 5044 श्री गंगानगर मंडी में सरसों का टॉप भाव 4786 सिरसा मंडी में 5000 सरकारी रेट 5650, ऐलनाबाद मंडी में सरसों 5050, फतेहाबाद में 4800, आदमपुर में 5101 और च दादरी में सरसों का रेट 5100 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा ।
विदेशी बाजारों की अपडेट
विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में आज तेजी दर्ज की गई। आज मलेशिया बाजार में में ईद की छुट्टी है। मलेशिया में छुट्टियों से पहले पाम तेल की कीमतों में सुधार आया है। साथ ही शिकागो में सोया तेल के दाम भी सुधर गए। हालांकि व्यापारियों का मानना है कि पाम तेल के मुकाबले अन्य खाद्वय तेलों के दाम नीचे हैं, इसलिए आयातक अन्य तेलों की खरीद ज्यादा मात्रा में कर रहे हैं।
ऐसे में पाम तेल की कीमतों में अभी बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। पिछले हफ्ते मलेशिया में पाम तेल के टाइट स्टॉक के अनुमान के चलते मलेशिया का केएलसी बाजार 3% से अधिक बढ़ा था। बाजार के जानकारों का कहना है कि मलेशिया में पाम तेल के मार्च के अंतरिम स्टॉक में छह से आठ फीसद की गिरावट आने का अनुमान है। चीन के डालियान बाजार में मजबूती ने पिछले सप्ताह मलेशिया के केएलसी में तेजी का समर्थन किया। रमज़ान की छुट्टियों के कारण मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन और स्टाक कम हो गया है। ईद के बाद उत्पादन की गति बढ़ने की उम्मीद है जिससे स्टॉक में सुधार हो सकता है।
घरेलू बाजार अपडेट
घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन नरमी दर्ज की गई, जबकि इस दौरान सरसों खल के भाव स्थिर हो गए। उत्पादक मंडियों में मंगलवार को सरसों की दैनिक आवकों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। जानकारों के अनुसार मौसम साफ रहा तो उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक का दबाव अभी बना रहने की उम्मीद है।
मांग की तुलना में कमजोर आवक से सोयाबीन के दाम बढ़े
सोमवार की तरह मंगलवार को भी सोयाबीन की आवक बेहद कम दर्ज की गई। आवक के कमजोर और प्लांटों की डिमांड अच्छी होने के कारण सोयाबीन खरीदी भाव 25-50 रुपये तक ऊंचे बोले गए। प्लांट खरीदी भाव 4750-4900 रुपये प्रति क्विंटल तक बोले गए। व्यापारियों का कहना है कि शादियों का सीजन शुरू होने से आगे सोया तेल की मांग में इजाफा हो सकता है।
पोर्ट पर स्टॉक घटा
दूसरी तरफ बंदरगाहों पर खाद्य तेलों का स्टॉक बेहद कम होने के चलते सोया तेल की अपूर्ति के लिए घरेलू प्लांटों पर निर्भता बढ़ गई है। यही कारण है कि प्लांटों की सोयाबीन में खरीदी जोरों पर है। मंगलवार को MP की इंदौर मंडी में सोयाबन तेल का भाव 975-980 और पाम तेल 1030 रुपये प्रति दस किलो के पास बोला जा रहा है। अन्य तेलों की बात करें तो मूंगफली तेल में लेवाली कमजोर रहने और गुजरात तरफ से आवक का प्रेशर बढ़ने के कारण मूंगफली तेल में गिरावट रही। इंदौर मंडी में मूंगफली तेल 20 रुपये टूटकर 1480- 1500 रुपये प्रति दस किलो रह गया।
सूत्रों के अनुसार पोर्ट पर सोया तेल में बढ़त के बावजूद, साल्वेंट प्लांटों ने अपने भाव अधिक नहीं बढ़ाए क्योंकि मांग फिलहाल कमजोर है। पिछले कुछ हफ्तों में सन आयल और सोया तेल का आयात बढ़ रहा है। सन आयल की अधिक आपूर्ति और प्रतिस्पर्धी दरों से उच्च स्तर पर सोया तेल की कीमतों पर दबाव बढ़ेगा। MP में औसत भाव को देखें तो सोयाबीन में 4600-4650, सरसों निमाड़ी में 5800, एवरेज माल के 5400-5600 और राइड़ा 4600-4800 रुपये प्रति क्विंटल के भाव रहे। जबकि कीर्ति प्लान्ट पर सोयाबीन के भाव 4900 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुँच गए।
सरसों और सोयाबीन में आगे क्या है उम्मीद
साथियो मंगलवार को जयपुर में एक्स्पैलर भाव 1021 प्रति 10 किलो के स्तर पर बने रहे। तेल तिलहन के व्यापारियों का मानना है कि इन भावों के 1000 से नीचे जाने की संभावना बहुत कम है। सुबह की गिरावट के बाद शाम को रिकवरी का आना इस बात को पुख्ता करता है कि सरसों में अब बड़ी मंदी की गुंजाईश नहीं है। सरसों की सरकारी खरीद जोर शोर से चल रही है
यह आने वाले समय में सरसों के भाव को सपोर्ट कर सकती है। इसलिए खरीद का मन बनाया जा सकता है। मंडी भाव टुडे को लगता है कि सरसों में बड़ी मंदी का समय अब जा चुका है। जो किसान साथी इस समय सरसों के स्टॉक पर बैठे हुए हैं उन्हें बिकवाली करने में थोड़ा इंतजार करने की जरूरत है। सरसों का बाजार का रुख थोड़े बहुत उतार चढाव के बाद उपर की तरफ ही रहने की उम्मीद है। सोयाबीन में भी बुरा वक्त अब समाप्त हो चुका है। उम्मीद लगायी जा रही है कि जल्दी ही प्लांटों पर 5000 के भाव दिखाई दे सकते हैं। हालांकि इसके लिए यह जरूरी है कि विदेशी बाजारों में पाम और सोया तेल के भावों में बड़ी गिरावट ना हो। व्यापार अपने विवेक से करें